इतालवी अगस्टा वेस्टलैंड हेलिकाप्टर सौदा घोटाले को दूसरा बोफर्स घोटाला बताते हुए भाजपा ने सरकार से सवाल किया कि उसने एक साल तक इसकी जांच क्या इसलिए नहीं कराई कि यह कंपनी इटली की है। उसने कहा कि वह इस मामले को संसद और संसद के बाहर जोरदार ढंग से उठाएगी।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने यहां कहा कि यह बोफोर्स जैसा मामला है। जब रिश्वत देने वाले को पकड़ लिया गया, लेकिन रिश्वत पाने वाले की पहचान नहीं की गई। भारत सरकार कब तक रिश्वत लेने वालों को बचाएगी। भाजपा इस मामले को संसद में उठाएगी और सरकार से यह बताने की मांग करेगी कि रिश्वत लेने वाले कौन हैं और कौन उन्हें बचा रहा है।
पार्टी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने भी सवाल किया कि हेलिकाप्टर सौदा घोटाले में भारत में जांच क्यों नहीं हो रही है, जबकि इटली में इस मामले की जांच को रही है? क्या ऐसा इसलिए है कि कंपनी इटली की है?
प्रसाद ने कहा कि मैं इस घोटाले में दूसरा बोफोर्स घोटाला बनते देख रहा हूं। सरकार यह नहीं बता पाई कि इस मामले की जानकारी होने के बावजूद वह एक साल से चुप्पी क्यों साधे रही?
उन्होंने कहा कि इस सौदे से कई सवाल खड़े हुए हैं। इटली के एक श्रीमान ओत्तावियो क्वात्रोच्चि हैं जो बोफोर्स घोटाले में शामिल थे। उन्हें बचाने की कई कोशिशें की गई। यह हेलिकाप्टर कंपनी भी इटली की है। क्या यह एक कारण है कि पिछले एक साल से इस मामले की जांच नहीं करवाने का? उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि 3, 500 करोड़ रूपए के इस सौदे में हुए घोटाले की इटली में जांच हो रही है, लेकिन भारत में नहीं।
इस हैलिकाप्टर की भविष्य की आपूर्ति पर तुरंत रोक लगाने की मांग करते हुए उन्होंने इस पूरे सौदे की समीक्षा करने की मांग की।
प्रसाद ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि इतने सारे घोटाले के साथ वे किस तरह का भारत बनाना चाहते हैं? भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि उसकी ओर से एक साल पहले ही यह मामला उठाया गया था लेकिन तब सरकार ने सीबीआई से जांच करने को क्यों नहीं कहा।
इस मामले में संसद को गलत जानकारी देने का रक्षा मंत्री ए के एंटनी पर आरोप लगाते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा इस महीने से शुरू हो संसद के बजट सत्र में सरकार की ओर से इस कथित गलतबयानी का स्पष्टीकरण दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी यह स्पष्टीकरण देना चाहिए कि सरकार के हर विभाग में भ्रष्टाचार क्यों है। दूरसंचार, कोयला या रक्षा हो हर विभाग में लूट है।
पूर्व वायुसेना प्रमुख एस पी त्यागी के इस खुलासे पर कि सौदे में विवादास्पद बदलाव राजग शासन के समय हुए, प्रसाद ने कहा कि त्यागी की टिप्पणी को घाव पर नमक के रूप में लेना चाहिए। उनकी भूमिका की जांच होनी चाहिए। कहा जा रहा है कि इसमें उनके रिश्तेदार शामिल हैं। उन्होंने दावा किया कि राजग शासन के दौरान कोई हेलिकाप्टर नहीं खरीदा गया और कोई रिश्वत नहीं ली गई।
हेलिकाप्टर घोटाले की सीबीआई से जांच कराने के सरकार के आदेश पर जेटली ने कहा, ‘‘सबने देखा है कि इस जांच एजेंसी को कितनी गंभीरता से काम करने दिया जाता है। वह जांच में चीजों को उजागर करने की बजाय ,छिपाती ज्यादा है ।’’
रेल मंत्री जी कहते है की ज्यादा भीड़ के कारन हादसा हुआ !भीड़ तो होने ही थी , ये तो सब को मालूम था फिर ज्यादा भीड़ आने के लिया मंत्री जी क्या कोई योजना बनाई थी या फिर रेल किराया बढ़ाना और सरचार्ज लगान ही इनका काम है !
ReplyDeleteसीबीआई जांच में चीजों को उजागर करने की बजाय ,छिपाती ज्यादा है ।ye baat bilkul sahi hai !are chori ki jaanch chor ka nokar karegaa to chori kaise sabit hogi.
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