राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक यूरोपीय प्रतिनिधिमंडल को यह कहने के लिए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर जोरदार हमला बोला कि जम्मू-कश्मीर चार मुद्दों पर भारतीय गणराज्य में ‘शामिल हुआ था और उसका विलय नहीं हुआ था.’
मोहन भागवत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का भारत में विलय हो चुका है और इसमें अब कोई परिवर्तन संभव नहीं है. भागवत ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर का विलय बाकी भारत से किसी राज्यारोहण संधि के चलते नहीं हुआ. कश्मीर प्राचीन काल से ही हमारा रहा है. विलय अपरिवर्तनीय और अटल है.’ उन्होंने यह बात रविवार शाम जम्मू के परेड ग्राउंड में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कही.
उन्होंने उमर का नाम लिये बिना उनके उस बयान की आलोचना की, जो उन्होंने यूरोपीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में दिया था.
गौरतलब है कि उमर अब्दुल्ला ने हाल में आयोजित बैठक में कहा था, ‘जबकि बाकी सभी रियासत भारतीय गणराज्य में शामिल हुई और बाद में उनका विलय हो गया, जम्मू-कश्मीर केवल भारतीय गणराज्य में शामिल हुआ था और उसका विलय नहीं हुआ था. इसी के चलते हमारा एक विशेष दर्जा है, हमारा राज्य का अलग ध्वज है और संविधान है.’
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