छत्तीसगढ़ में ग्राम पंचायत जामजुनवानी के गांव नवराटिकरा के जनजातीय परिवारों ने युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति से भटकते देख फिर से अपने पुरखों का धर्म अपना लिया। गांव के 19 परिवारों के 109 लोग ईसाई से हिंदू बन गए। स्थानीय लोग बताते हैं कि यहां के वनवासियों को प्रलोभन देकर वर्षों पहले उनका धर्मांतरण कराया गया था। इस कारण आदिवासियों की प्राचीन संस्कृति विलुप्त होने के कगार पर है और युवा पीढ़ी पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है।
गांव नरवाटिकरा में 'जात भीतर' कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें पूर्व अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री गणेश राम भगत भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि वनवासियों का धर्मांतरण रोकने के लिए सभी को अपनी भागीदारी निभाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वनवासियों का धर्मांतरण होने के बाद इस वर्ग के युवक जघन्य अपराधों की ओर प्रेरित होने लगे हैं। विकास की राह से भटकने वाले इन युवकों को अच्छे रास्ते पर ले जाने के लिए जात भीतर कार्यक्रम आदिवासियों के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
भगत ने ग्राम नरवाटिकरा में 19 परिवार के 109 लोगों को उनके मूल धर्म हिंदू में वापसी कराई। यहां के सरना स्थल में एकत्रित ग्रामवासियों ने अपने धर्मांतरण को लेकर पश्चाताप किया। इस कार्यक्रम में हिंदू धर्म में वापसी करने वाला परिवार कोरोंजो एक्का, कपील एक्का, संजय लकड़ा व बीरबल मिंज का कहना था कि उनके पुरखों ने धर्मांतरण कर लिया था, दूसरे धर्म में रहकर वे घुटन और अकेलापन महसूस कर रहे थे
जुलू राम का कहना था कि हिंदू धर्म से भटकने के बाद उनकी युवा पीढ़ी अपराध की दुनिया में भटक गई थी। अपने प्राचीन त्योहार और समाज के रीति रिवाजों से दूर चले जाने का उन्हें बेहद अफसोस है, इसलिए उन्होंने हिंदू धर्म में लौटने का फैसला किया है। जात भीतर कार्यक्रम होने से पूरे गांव में उत्साह का माहौल है। पुराने हिंदू परिवार के लोगों ने इन्हें एक दिन पहले सरना स्थल पर बैठाकर उन्हें हिंदू धर्म अपनाने का संकल्प दिलाया था। इसके बाद गांव में जनसभा का भी आयोजन किया गया।
पूर्व मंत्री भगत ने जनसभा में कहा कि जब भी मनुष्य अपनी भूल को समझ लेता है, उसी दिन से उसका नया सबेरा शुरू हो जाता है। उन्होंने कहा कि नरवाटिकरा के लोगों ने पाश्चात्य संस्कृति को छोड़ने का जो साहस दिखाया है, इससे अन्य सैकड़ों लोगों को भी विकास की मुख्य धारा से जुड़ने की प्रेरणा मिलेगी।
भगत ने कहा, 'हम लोग अपने दिवंगत नेता दिलीप सिंह जूदेव के दिखाए मार्ग पर चलकर उनके सपनों को साकार करने का प्रयास कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि जूदेव ने भी 'आपरेशन घर वापसी' कार्यक्रम चलाकर हजारों वनवासियों को नया रास्ता दिखाया था। जनसभा में जशपुर के प्रमुख हिंदू नेता रामप्रकाश पांडेय, सत्यप्रकाश तिवारी, डॉ.आजाद, रम्मू शर्मा, बिशु शर्मा, रोशन साय पैंकरा, बलदेव जोशी सहित वनवासी कल्याण आश्रम के कई प्रमुख लोग उपस्थित थे।
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