वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक अशोक सिंहल ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी के इशारे पर हिंदुओं का जानबूझकर धर्मांतरण किया गया है। वीएचपी के ऑफिस में आयोजित प्रेस कॉन्फ़्रेंस में उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के ही इशारे पर कनाडा के ईसाई धर्म गुरु पीटर यंग्रीन को नियम-कानून ताक पर रखकर प्रयाग में चंगाई महोत्सव में हिस्सा लेने की अनुमति दी गई। इतना ही नहीं, सिंहल ने एक बार फिर कहा है कि आसाराम निर्दोष हैं।
अशोक सिंहल ने कहा कि पीटर यंग्रीन वही व्यक्ति हैं, जिसको अटल सरकार के दौरान भारत आने का वीजा नहीं दिया गया था। यंग्रीन को कॉन्फ़्रेंस वीजा दिया गया है। इस तरह के वीजा से केवल सरकारी संस्थाओं के कार्यक्रम में ही भाग लिया जा सकता है, वो भी भारत सरकार के विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय की अनुमति के साथ। सिंहल ने कहा कि सोनिया के इशारे और मुलायम के आशीर्वाद से इलाहाबाद में कानून को ताक पर रखकर चंगाई महोत्सव का आयोजन किया गया।
सिंहल ने बताया कि भारत में 1969 के बाद से मिशनरी वीजा बंद हो चुका है। सोनिया गांधी के इशारे पर पीटर यंग्रीन को वीजा दिलाया गया। भारत का कानून उन्हें भारत में चंगाई सभाओं का आयोजन करने और धर्मांतरण कराने का अधिकार नहीं देता। सिंहल ने कहा कि हजारों साल पुरानी जिस संस्कृति का भारत में जन्म हुआ, चंगाई सभाओं के माध्यम से उसकी हत्या की कोशिश की जा रही है। आज हिंदू भारतीय धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए डटकर मुकाबला करने को तैयार है। प्रयाग में 10 हजार से ज्यादा नवयुवकों ने जिस तरह शांतिपूर्वक पीटर यंग्रीन का विरोध किया, वह इस बात का गवाह है।
विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक अशोक सिंहल की निगाह में अब भी आसाराम बापू निर्दोष हैं। उन्होंने कहा कि हम उनको आज भी संत मानते हैं। उन्होंने कहा कि वह मीडिया में आसाराम बापू के ट्रायल का विरोध करते हैं। वीएचपी नेता ने कहा कि आने वाले समय में रेप का आरोप लगानी वाली महिलाओं का सच सामने आ जाएगा।
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