हिंदुओं का रंगोत्सव ‘होली’ त्यौहार का व्यावसायीकरण कर उसका ट्रेड मार्क (उत्पादक का अधिकार दर्शाने वाला व्यापार चिह्न) प्राप्त करने हेतु युरोपीय प्रतिष्ठानो में स्पर्धा आरंभ हो गई है । इस बात के लिए पूरे विश्व के हिंदुओ द्वारा निषेध व्यक्त किया गया है । निरपेक्ष भारत के राजनेताओं के कारण भारत के त्यौहारों पर विदेशी प्रतिष्ठान अधिकार प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं । इस पद्धति के कारण हिंदू सभी त्यौहार एवं पारंपरिक कृत्यों के अधिकार गंवा देंगे । ऐसा होने से पूर्व ही हिंदू राष्ट्र एवं धर्मप्रेमियों को सत्ता में लाना होगा !
अमेरिका के हिंदू धार्मिक नेता श्री. राजन जेद ने उपर्युक्त प्रकरण के विषय में दुख व्यक्त करते हुए कहा कि ‘होली’ हिंदुओं का प्राचीन काल से पारंपरिक त्यौहार है । इस त्यौहार को मनाने हेतु किसी व्यक्ति अथवा समूह को प्रतिबंध नहीं है; परंतु इस त्यौहार का व्यावसायीकरण कर उसका ट्रेड र्मार्क प्राप्त करना हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को दुखाने समान है । श्री. जेद ने ट्रेड र्मार्क देने वाले कार्यालयों को पत्र भेजकर ट्रेड र्मार्क न देने हेतु प्रार्थना भी की है । श्री. राजन जेद जिस लगन से पूरे विश्व में हिंदू धर्म पर होने वाले आघातों के विरुद्ध तथा आध्यात्मिक स्तर पर हिंदू धर्म का प्रसार करने का कार्य करते हैं, वैसा कार्य तथाकथित बलवान हिंदूनिष्ठ संगठनों को पिछले कुछ दशकों में करना असंभव रहा है !
हिंदुओ, आपके पारंपरिक त्यौहारों पर अधिकार जमाने का प्रयास करने वाले व्यक्तियों का विरोध करें !
yadi bhara sekular raha to yahi hoga------!
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