आसाराम बापू मुझसे विवाह करने के पश्चात केवल सात वर्षों में गृहस्थी से विरक्त हो गए थे । उन्होंने ब्रह्मचर्य स्वीकार किया था । तत्पश्चात मैं उन्हें गुरु मानने लगी । अत: इतने वर्ष गृहस्थी से विरक्ति स्वीकार किया पुरुष लैंगिक शोषण का दुष्कर्म नहीं करेगा । उन्हें फंसाया जा रहा है, ऐसा आरोप बापू की धर्मपत्नी श्रीमती लक्ष्मीबाई द्वारा लगाया गया है ।
श्रीमती लक्ष्मीबाई ने पुत्र पू. नारायण साईं के भी निर्दोष होने की बात कही है । श्रीमती लक्ष्मीबाई ने उनकी मुलाकात का विडियो एक संकेत स्थल पर ‘अपलोड’ किया है । इस माध्यम से उन्होंने अपनी पुत्री भारती पर लगाए गए आरोप भी तथ्यहीन होने की बात कही है । श्रीमती लक्ष्मीबाई ने कहा कि भारती बहुत संयमी है तथा वह जिंदगी में भूले-भटकों को उचित मार्ग दिखाने का कार्य करती है । तो वह स्वयं कैसे रास्ता भूल सकती है ?
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