पश्चिम बंगाल सरकार ने सारधा चिट फंड घोटाले की जांच के लिए जस्टिस(रिटा) श्यामल सेन की अगुआई में एक आयोग बनाया है,
जो छह माह में रिपोर्ट देगा। जस्टिस सेन ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह वित्त मंत्री चिदंबरम की पत्नी नलिनी से भी पूछताछ करेंगे।
इधर, सुदीप्त की चिट्ठी में कई और बड़े नेताओं के नाम शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। सांसद, विधायक या अधिकारी सबसे पूछताछ होगी और वह सीबीआइ से सुदीप्त सेन की चिट्ठी भी मांगेंगे। जल्द ही विज्ञापन जारी कर निवेशकों को शिकायत दर्ज कराने का स्थान व समय बताया जाएगा।
लाखों लोगों का पैसा दबा चुके सारधा समूह के चेयरमैन सुदीप्त सेन और दो निदेशक देवजानी मुखर्जी व मनोज कुमार नागेल की गिरफ्तारी हो चुकी है और इस वक्त वह पुलिस रिमांड पर हैं। झारखंड में सारधा समूह का कारोबार देख रहे अरविंद सिंह चौहान से भी पूछताछ हो रही है।
फरार होने से पूर्व सुदीप्त ने 18 पन्ने का पत्र सीबीआइ को लिखा था जिसमें उसने दो तृणमूल सांसद, केंद्रीय वित्त मंत्री की पत्नी समेत 22 लोगों को मोटी रकम लेने व ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था।
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