शिया धर्म गुरु व ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य कल्बे जव्वाद ने उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खां पर निशाना साधते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी में वे मुसलमानों के चेहरा बताए जाते हैं, लेकिन मुजफ्फरनगर में दंगा पीड़ितों का हाल जानने तक नहीं गए। मुसलमानों ने बड़ी उम्मीद से सपा को चुना था, लेकिन दो साल बाद भी वह खरी नहीं उतर पाई है।
मंगलवार को यहां अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए कल्बे जव्वाद ने कहा कि अखिलेश यादव नौजवान हैं। उन्हें देखते हुए ही मुसलमानों ने विश्वास जताया था। मुजफ्फरनगर दंगे पर उनका कहना था कि वहां सपा के छुटभैया नेता व अधिकारियों ने स्थिति खराब की। अगर मुख्यमंत्री तत्काल जाकर जायजा लेते तो शायद हालात न बिगड़ते। सबसे बड़ा अफसोस यह रहा कि आजम खां एक बार भी मुजफ्फरनगर नहीं गए, जबकि सरकार उन्हें मुसलमानों का चेहरा बताती है।
आम आदमी पार्टी (आप) के बारे में उनका कहना था कि पार्टी की अभी शुरुआत है। भ्रष्टाचार से तंग आकर दिल्ली की जनता ने 'आप' पर भरोसा जताया है। देखना ये होगा कि यह पार्टी जनता के विश्वास को बनाए रखती है या अन्य पार्टियों की तरह हो जाती है।
लोकसभा चुनाव में किस पार्टी का समर्थन करेंगे? इस सवाल के जवाब में उनका कहना था कि जो कांग्रेस और भाजपा को हराएगा, उसे ही वोट दिया जाएगा। सपा के बारे में उनका कहना था कि दो साल में भी यह पार्टी मुसलमानों से किए वायदे पूरे करने में नाकाम रही है।
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