आप सभी पाठकों के सामने आज प्रस्तुत हैं हमारे देश के नए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के कुछ दुर्लभ चित्र, जिनमे वे युवा साधु के रूप में हिमालय क्षेत्र में भ्रमण कर रहे थे. जैसा कि श्री कृष्ण जी ने कहा है कि राज ऋषियों और संत सवरूप राजाओं के लिए श्री भगवतगीता का सही अर्थ तभी सार्थक होता है जबकि वे समाज को अपने आध्यत्मिक ज्ञान के द्वारा मार्गदर्शन दें.
एवं परंपरा प्राप्तं
इमं राजऋषियों विदुह
- भगवत गीता 4.2
"Through the spiritual chain of Parampara the saintly kings understood the spiritual knowledge of Yoga, union with the divine"
आइये हम सब प्रार्थना करें कि भारत के इतिहास में पहली बार एक राजऋषि इस देश का प्रधानमंत्री बन रहा है, वह इस देश और समाज को धर्म के आधार पर चलाने में सफल हो ....
मोदी जी NCC के कैडेट के रूप में :
रेडियो स्टेशन पर वार्ता के दौरान :
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