भारतीय रेल ने रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाएं हैं। पूरे देश में रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे बोर्ड में 24 घंटे की अवधि वाली एक सुरक्षा हेल्पलाईन 1800-111-322 शुरू की जा चुकी है। यह हेल्पलाईन रेल यात्रियों को किसी भी तरह की आकस्मिक स्थितियों के मद्देनजर शिकायत दर्ज कराने में मददगार हैं।
रेलवे सुरक्षा बल कुछ जोखिम वाले और चिह्नित मार्गों पर प्रत्येक दिन 1300 रेल गाड़ियों को सुरक्षा प्रदान करता है। इसके अलावा 2200 रेल गाड़ियों की सुरक्षा विभिन्न राज्यों की सरकारी रेलवे पुलिस करती हैं। बड़े-बड़े महानगरों में सभी महिला विशेष रेलगाड़ियों की सुरक्षा आरपीएफ की महिला कॉन्स्टेबल करती है ताकि महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
देश में 202 से अधिक संवेदनशील रेलवे स्टेशनों पर निगरानी प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए एक समन्वित सुरक्षा प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा चुका है। इसमें क्लोज सर्किट टेलीविजन कैमरो का नेटवर्क, ऐक्सेस कंट्रोल और विध्वंसक गतिविधियों से निपटने के लिए समुचित उपाए किए गए। भारतीय रेल की सुरक्षा प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए रेल मंत्रालय ने विधि एवं कानून तथा गृह मंत्रालय की अनुमति से रेलवे सुरक्षा बल अधिनियम में संशोधन सम्बंधी एक प्रस्ताव भेजा है। इससे रेल यात्रियों के साथ होने वाले गंभीर अपराधों से निपटने में आरपीएफ को और अधिक शक्तियां प्राप्त होंगी।
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