बांग्लादेश में स्थित और वहां से संचालित हो रहे भारतीय उपद्रवी समूह (आईआईजी) दोनों देशों के बीच खुली सीमा का फायदा उठाते हुए भारत में घुसपैठ करने की कोशिश करते हैं। राज्यसभा में एक प्रश्न का लिखित उत्तर देते हुए गृह राज्यमंत्री श्री किरेण रिजिजु ने बताया कि केवल भारत-बांग्लादेश, भारत-पाकिस्तान की सीमा के साथ और भारत-म्यांमा के छोटे से भाग पर बाड़ लगाई गई है। भारत-बांगलादेश और भारत-पाकिस्तान सीमाओं पर बाड़ रहित यानी खुले भागों की सीमा सुरक्षा बल ने पहचान कर ली है। भारत-बांगलादेश सीमा पर ऐसे 783 और भारत-पाकिस्तान सीमा पर 149 स्थान है।
सरकार ने खुले सीमा भागों को मजबूत बनाने के लिए बहुधारीय दृष्टिकोण अपनाया है इस दिशा में उठाए गए कदमों में निम्नलिखित शामिल हैं :
सीमा पर गश्त नाकाओं द्वारा 24 घंटे निगरानी और देश की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर निगरानी चौकियों की मौजूदगी के जरिए सीमा पर निगरानी तंत्र का प्रभुत्व बनाया गया। देश की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर नदी क्षेत्र पर सीमा सुरक्षाबल की स्पीड बोट, पानी के वाहनों, तैरती सीमांत चौकियों की मदद से गश्त की जा रही हैं और निगरानी तंत्र का प्रभुत्व बनाया गया।
बलों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी करना और अति तकनीकी निगरानी उपकरणों की तैनाती। सीमा पर निगरानी तंत्र के प्रभुत्व को और मजबूत करने के लिए दिन और रात में समुचित प्रकाश में काम करने वाले नवीनतम निगरानी उपकरण प्राप्त करने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं।
सीमा पर आउट पोस्ट के उन कमजोर इलाकों जो सीमा पर अवैध घुसपैठ और सीमापर अपराधों की दृष्टि से संवेदनशील हैं उनका मानचित्रीकरण किया गया। इन चयनित चौकियों को बलों की अतिरिक्त तैनाती, विशेष निगरानी उपकरणों, वाहनों, अन्य आधारभूत सहायक उपकरणों से मजबूत बनाया गया।
खुफिया नेटवर्क और सहयोगी एजेंसियों के साथ तालमेल को उन्नत बनाया गया और सीमाओं पर विशेष अभियान चलाए गए।
0 comments :
Post a Comment