आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय में राज्यमंत्री श्री बाबुल सुप्रियो ने लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी दी कि जून, 2014 के दिल्ली सरकार द्वारा किये गए एक सर्वेक्षण के अनुसार लगभग 1366 महिलाओं और 1648 बच्चों समेत कुल 16,760 लोग बेघर पाए गए थे।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के अनुसार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं कि सर्दियों में सभी बेघर लोगों को रैन बसैरों में जगह मिले। दिल्ली शहर आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) दिल्ली विकास प्रधिकरण के साथ दिल्ली के विभिन्न भागों में पांच और भू-खंडों को खरीदने के लिए मामले को उठा रहा है, जिसका ब्यौरा इस प्रकार हैः
(i) सेक्टर 26, सेवा केन्द्र, द्वारका
(ii) सेक्टर 26, फेस-II (एचएएफ, पॉकेट-II), द्वारका
(iii) सेक्टर 18, पॉकेट एफ, रोहिणी
(iv) नरेला, मंडी के पास, और
(v) नरेला, ट्रक टर्मिनल के पास
इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय शहरी आजिविका मिशन (एनयूएलएम) के अंतर्गत 'शहरी बेघर लोगों के आश्रय हेतु स्कीम' के दिशा-निर्देशों के अनुसार इस संबंध में पता लगाए गए सात स्थानों पर स्थाई रैन बसेरों के निर्माण के लिए कार्रवाई की जा रही है, जिनका ब्यौरा इस प्रकार हैः-
i. आईएफसी, गाजीपुर
ii. सेवा केन्द्र, सेक्टर-9, द्वारका
iii. पीएसपी क्षेत्र, सेक्टर-22, द्वारका
iv. ककरोला, सेक्टर-16-बी, द्वारका
v. ओसीएफ पॉकेट, आईएफसी, नरेला
vi. सेक्टर-5, रोहिणी
vii. नांगलोई, फेस-II
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में रैन बसेरों का जिलावार ब्यौरा इस प्रकार हैः-
राजस्व जिला
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कुल
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केन्द्रीय
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75
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पूर्वी
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12
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नई दिल्ली
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13
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उत्तरी
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16
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उत्तरी पूर्वी
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09
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उत्तरी पश्चिम
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07
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शहादरा
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08
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दक्षिण
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02
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दक्षिण पूर्व
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16
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दक्षिण पश्चिम
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06
|
पश्चिम
|
20
|
पश्चिम
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184
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