प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विद्यार्थियों से चिंता और तनाव से मुक्त होने और सकारात्मक नजरिया विकसित करने की सलाह दी है। बोर्ड और प्रतियोगी परीक्षाओं के मद्देनजर वह रेडियो कार्यक्रम मन की बात के माध्यम से छात्रों को संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जीवन के इस महत्वपूर्ण मोड़ पर वह उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि वह इस समय उनको ज्यादा अंक लाने का कोई तरीका नहीं बातयेंगे बल्कि, लेकिन परीक्षाओं के प्रति सही नजरिए के महत्व पर बल दिया। उन्होंने छात्रों से घबराने और तनाव में नहीं आने का आग्रह किया। उन्होंने कहा अच्छे प्रदर्शन के लिए सारे प्रयास किए जाने चाहिए जबकि परीक्षाओं को बोझ नहीं बनना चाहिए।
अपने ही रिकॉर्ड तो 35 बार तोड़ने वाले प्रसिद्ध खिलाड़ी सर्गेई बुबका का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा प्रतिस्पर्धा किसी और के साथ नहीं स्वयं अपने साथ होनी चाहिए । उन्होंने छात्रों से अपनी क्षमताओं, तैयारी और कड़े परिश्रम पर भरोसा रखने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने कहा अपने लक्ष्यों के प्रति दृढ़ रहें, संकल्प के प्रति अटल; सफलता पीछे चलेगी।
उन्होंने कहा परीक्षाएं सीखने और अपनी क्षमताओं की पहचान की माध्यम होनी चाहिए ना कि दूसरों को दिखाने के लिए।
प्रधानमंत्री ने सभी छात्रों को आने वाली परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं दी।
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