विश्व हिन्दू परिषद सामाजिक सरोकारों से जुड़कर गांव-गांव तक पहुंचना चाहती है। इसके लिए 'आदर्श ग्राम आदर्श घर' के नाम से योजना बनाई हैं। इसके अलावा 21 मार्च से 1 अप्रैल तक गांव-गांव में श्रीराम महोत्सव करने की तैयारी है। आदर्श ग्राम-आदर्श घर योजना को स्वच्छता अभियान से भी जोड़ा जाएगा। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता गांव-गांव में बैठक आयोजित करेगें तथा सामाजिक बुराइयों को खत्म करने के लिए संकल्प पत्र भरवाया जाएगा। गांव की एक कमेटी भी होगी जो संगठन से जुड़ी होगी। गांव में शत प्रतिशत शौचालय, शिक्षा के साधन, सफाई, स्वास्थ्य संबंधी सुविधा मुहैया करवाने के लिए कमेटी प्रयास करेगी। गांव के हर घर को आदर्श घर बनाने की योजना है। इसके लिए जमीनी स्तर पर खाका तैयार किया जा रहा है। जिला इकाइयों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। टीमें गांव कमेटी के जरिए राम महोत्सव का कार्यक्रम बनाएंगी। पहले राम महोत्सव फिर 21 मार्च से 1 अप्रैल तक तथा इसके बाद वन महोत्सव मनाया जाएगा। पहले चरण में कार्यकर्ता राम महोत्सव समारोह की तैयारियों के लिए ग्राम पंचायतों में संपर्क करेंगे। दूसरे चरण में कार्यकर्ता जून से अगस्त तक गांवों में लोगों को बरगद, पीपल, बेल, आंवला और तुलसी के पौधे देकर उन्हें लगाने की अपील करेंगे। पूर्व में गठित समिति को इन पेड़ों की सुरक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी भी दी जाएगी। तुलसी रोपण कार्यक्रम 17 जून से 16 जुलाई तक करवाया जाएगा।
यह जानकारी बजरंग दल के प्रदेश अध्यक्ष व मुख्य प्रवक्ता नरेश पंडित ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने कहा कि वामपंथी सोच और माओवाद के कारण आज देश में आज ¨हसा फैल रहा हा। माओवाद के नाम पर नेपाल में हजारों हिन्दुओं को मारा गया हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी घुसपैठ और राष्ट्र विरोधी प्रचार के कारण देश में असुरक्षा का माहौल है। उन्होंने कहा कि हिंदू दर्शन मानवतावादी है। यदि इसका पालन किया जाए तो पूरी दुनिया में शांति की स्थापना हो सकती है। उन्होंने कहा कि आज भारत की अस्मिता, स्वाभिमान सब कुछ दांव पर लगा दिया गया है। हिंदू संस्कृति को नष्ट करने का कुचक्र रचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिंदूस्तान के प्रत्येक व्यक्ति का परिचय हिंदू है। उन्होंने कहा कि पंथ निरपेक्षता केवल हिंदूओं के संदर्भ में ही क्यों देखी जाती है, मुसलमानों और इसाइयों के संदर्भ में क्यों नहीं।
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