पिछले एक वर्ष में भारतीय रेल की उपलब्धियां/उठाए गए कदम इस प्रकार हैं –
यात्री सुविधाएं एवं सेवाएं:
1. शिकायतें दर्ज कराने में सुविधा प्रदान करने की दिशा में यात्रियों के लिए एक अखिल भारतीय हेल्पलाइन नम्बर 138 की शुरूआत ।
2. रेल यात्रियों के साथ किसी भी तरह की घटनाओं के बारे में जानकारी देने के लिए अखिल भारतीय सुरक्षा हेल्पलाइन 182 की शुरूआत।
3. एक ग्राहक शिकायत वेब पोर्टल और मोबाइल एप्लीकेशन (एंड्रोयड/विंडोज आधारित मोबाइल एप्लीकेशन) की शुरूआत।
4. मोबाइल फोन के इस्तेमाल से पेपर रहित अनारक्षित टिकटिंग प्रणाली की योजना की शुरूआत। पहला प्रयोग चेन्नई सेक्शन के उप-शहरी एगमोरे-तांबाराम क्षेत्र में शुरू किया गया।
5. अगली पीढ़ी की ई-टिकटिंग प्रणाली की शुरूआत। इससे टिकट बुकिंग की रफ्तार में चार गुना तेजी की उम्मीद है।
6. 134 जोड़ी रेलगाडि़यों में ई-केटरिंग सेवाओं की शुरूआत। इस योजना में यात्री फोन के जरिए एसएमएस और वेबसाइट की मदद से अपनी सीट पर भोजन मंगा सकता है।
7. आरक्षित टिकटों की स्थिति के बारे में सूचना देने के लिए एसएमएस अलर्ट सुविधा की शुरूआत।
8. वेकप कॉल्स के लिए एसएमएस अलर्ट की शुरूआत।
9. आरक्षित एवं अनारक्षित टिकटों की बिक्री में टिकटिंग टर्मिनल्स के संचालन के लिए निजी एजेंटों को अनुमति देने की दिशा में यात्री टिकट/सेवा केन्द्र (वाईटीएसके) योजना की शुरूआत।
10. द्वारका, गाडग, हजरत निजामुद्दीन, कटिहार, मदुरै और तिरूपति स्टेशनों पर आरओ पेय जल इकाईयों की शुरूआत।
11. वर्ष 2014-15 में आदर्श स्टेशन योजना के तहत 108 रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार किया गया।
12. भारतीय रेल ने हिन्दू तीर्थ केन्द्रों, जैन तीर्थ केन्द्रों और सिक्ख तीर्थ केन्द्रों तक पहुंच बनाने के लिए श्रद्धालु स्पेशल छह टूरिस्ट रेलगाडि़यों की शुरूआत की। अगले चरणों में अन्य श्रद्धालु केन्द्रों तक पहुंच बनाने के लिए ऐसी रेलगाडि़यों को शुरू किये जाने की योजना बनाई जा रही है।
13. मुंबई उप-शहर की रेलगाडियों में पहले चरण में महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए मोबाइल एप की शुरूआत।
14. सुरक्षा उपायों में सुधार लाने के मद्देनजर रेलगाडि़यों के डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे उपलब्ध कराने के बारे में निर्णय लिया गया।
15. बेंगलुरू, सिकंदराबाद, मुंबई सीएसटी, आगरा, वाराणसी, हावडा, चेन्नई और अहमदाबाद समेत नौ स्टेशनों पर अब वाई-फाई सुविधा उपलब्ध है। अगले चरणों में और अधिक स्टेशनों पर यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
16. भारतीय रेलवे स्वच्छ भारत अभियान में हिस्सा ले रही है। पर्यावरण एवं हाउसकिपिंग के लिए एक अलग निदेशालय की स्थापना की गई है। स्वच्छता के लिए एक समन्वित नीति पर विचार किया जा रहा है।
17. मार्च 2015 तक 10159 से अधिक बायो शौचालयों को स्थापित किया गया है।
18. ऑन बोर्ड हाउसकिपिंग योजना के तहत अतिरिक्त 83 रेलगाडि़यों को इसमें शामिल किया गया है। इन्हें मिलाकर ऐसी रेलगाडि़यों की संख्या लगभग 500 हो गई है।
19. छह नये स्थानों पर स्वच्छ लिनन की आपूर्ति के लिए मशीनीकृत लान्ड्री की शुरूआत। इन्हें मिलाकर ऐसी लान्ड्री की संख्या 33 हो गई है।
20. गैर वातानुकूलित कोचों में भी कूड़ेदान उपलब्ध कराए जाएंगे।
21. उत्तरी रेलवे के रिवाड़ी-रोहतक सेक्शन के बीच पहली ग्रीन डीईएमयू ट्रेन की शुरूआत।
22. मुंबई-अमृतसर-पंजाब मेल में प्रायोगिक परियोजना के तौर पर कचरे के निपटारे के लिए डिस्पोजिबल बैग्स की योजना की शुरूआत।
23. रेल यात्रियों के सोने के काम में आने वाले बेड रोल्स के डिजाइन के लिए दिल्ली स्थित एनआईएफटी को इस काम में लगाया गया।
24. हिंदी में ई-टिकटिंग पोर्टल लांच किये जाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
25. रिटायरिंग रूम्स की ऑन लाइन बुकिंग कार्यशील है।
26. सामान्य श्रेणी के सभी नये डिब्बों में मोबाइल चार्जिंग की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दिशा-निर्देश जारी किये जा चुके हैं। वर्ष 2015-16 में मौजूदा 3000 रेल डिब्बों में मोबाइल चार्जिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
27. 22 रेलवे स्टेशनों में ई-द्वारपाल योजना की शुरूआत।
28. रिटायरिंग रूम्स की ऑन लाइन बुकिंग कार्यशील है।
29. सामान्य श्रेणी के सभी नये डिब्बों में मोबाइल चार्जिंग की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दिशा-निर्देश जारी किये जा चुके हैं। वर्ष 2015-16 में मौजूदा 3000 रेल डिब्बों में मोबाइल चार्जिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रणाली में सुधार:
30. 22 रेलवे स्टेशनों पर ई-द्वारपाल सेवाओं की शुरूआत।
31. रेल डिब्बों में निचली बर्थ लेने में वरिष्ठ नागरिकों/गर्भवती महिलाओं की मदद करने के लिए टीटीई को निर्देश दिए गए।
32. महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को बीच वाली सीट आरक्षित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किये जा चुके हैं।
33. रेलवे बजट की घोषणों के क्रियान्वयन की ऑन लाइन मॉनिटरिंग के लिए ई-समीक्षा योजना की शुरूआत।
34. रेलवे के फ्रंट लाइन स्टॉफ के कौशल में सुधार के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन के लिए दिशा-निर्देश।
35. मांग के आधार पर माल भाड़े की ऑन लाइन बुकिंग के लिए ई-डिमांड प्रणाली की शुरूआत।
36. रेलवे में क्षेत्रीय स्तर पर निविदाएं आमंत्रित करने की शक्तियों का विकेन्द्रीकरण।
37. ई-टेंडर एवं ई-नीलामी प्रक्रिया की शुरूआत।
38. रेलवे ने नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ डिजाइन के साथ समझौता किया। इसके बाद रेलवे अपने स्वयं के डिजाइन केन्द्र की स्थापना करेगा।
39. रतन टाटा की अध्यक्षता रेलवे ने कायाकल्प परिषद का गठन किया।
40. एक नियामक की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।
41. मुंबई विश्वविद्यलय में रेलवे शोध केन्द्र के लिए एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गये।
42. भारतीय रेलवे सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करेगा। नई दिल्ली स्थित रेल भवन की छत पर 30 किलोवाट क्षमता का सौर संयंत्र शुरू किया जा चुका है। कटरा रेलवे स्टेशन भी अब सौर ऊर्जा युक्त बन चुका है।
43. लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन भारतीय रेल को डेढ लाख करोड़ रूपये का फंड उपलब्ध कराएगा। यह अब तक की सबसे बड़ी धनराशि है और एक ऐतिहासिक उपलब्धि भी है।
44. महत्वपूर्ण कोयला परियोजनाओं के लिए कोयले की ढुलाई में सुधार के मद्देनजर ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्यों के साथ तीन अलग-अलग सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किये गये।
आधारभूत ढांचा :
45. वर्ष 2014-15 में 1983 किलोमीटर लम्बी रेलवे लाइन बिछाई गई और 1375 किलोमीटर रेल लाइन के विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया गया है। यह भारतीय रेल की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
46. मुंबई के अम्बरनाथ में पैकेज पेयजल के लिए एक नये रेल नीर संयंत्र की स्थापना की गई।
47. बेला में रेलवे पहिया संयंत्र की शुरूआत की गई और यहां से नियमित उत्पादन शुरू हो गया।
48. वाराणसी स्थित डीजल लोकोमोटिव फैक्ट्री का विस्तार किया जा रहा है।
49. हल्दिया में डीईएमयू फैक्ट्री की शुरूआत की गई और झांसी में रेल डिब्बों के लिए मिडलाइफ रीहबिलटैश्न वर्कशॉप को पूरा किया गया।
50. राष्ट्रीय जलमार्गों के आस-पास रेल संपर्क की शुरूआत के लिए लॉजिस्टिक हब बनाने के मद्देनजर भारतीय रेल और जल संसाधन मंत्रालय संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं।
51. रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए जहां है जैसा है के आधार पर खुली निविदा प्रक्रिया योजना की शुरूआत की गई।
52. ईस्टन डेडिकेटिड फ्रीट कोरिडोर (डीएफसी) के दूसरे चरण के लिए विश्व बैंक के साथ 1100 मिलियन अमरीकी डॉलर ऋण के लिए समझौत।
53. पश्चिमी डीएफसी में 945 किलोमीटर लम्बे रेलमार्ग के विद्युतीकरण का ठेका दिया गया।
54. रेल सेक्टर के कुछ चिन्हित क्षेत्रों में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को अनुमति दी गई और एफडीआई पर दिशा-निेर्देशों को प्रतिपादित किया गया।
55. निजी क्षेत्र के लिए फ्रीट ट्रर्मिनल पॉलिसी को उदार बनाने की दिशा में 10 अप्रैल, 2015 को नये दिशा-निर्देश जारी किेये जा चुके हैं।
56. दिग्ही बंदरगाह तक रेल संपर्क के लिए पीपीपी आधार पर अनुमति दी गई।
57. बहुप्रतीक्षित लमडिंग-सिलचर ब्रॉडगेज सेक्शन का उद्घाटन किया गया। इससे असम की बराक घाटी का देश के शेष हिस्सों से बेजोड़ संपर्क हो गया।
58. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा असम के गुवाहाटी से मेघालय के मेदीपाथर के बीच पहली रेल सेवा को शुरू किये जाने के बाद मेघालय देश के रेल नक्शे पर आ गया।
59. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मिजोरम की राजधानी एजल तक रेल सपंर्क के लिए एक नई रेल लाइन की आधारशिला रखी।
60. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से अरूणाचल प्रदेश की राजधानी इटानगर के बीच सीधी रेल सेवा की शुरूआत।
61. किसानों की मदद के लिए दिल्ली के आदर्श नगर रेलवे स्टेशन पर अब तक के पहले ''पेरिशेबल कार्गो सेंटर'' की स्थापना।
वित्तीय उपलब्धियां:
62. वर्ष 2014-15 में रेलवे की कुल आमदनी 157880.50 करोड़ रूपये रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 12.16 प्रतिशत ज्यादा है।
63. वर्ष 2014-15 में भारतीय रेल ने 1097.57 मिलियन टन माल की ढुलाई की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 4.18 प्रतिशत ज्यादा है।
64. भारतीय रेल वर्ष 2014-15 में परिचालन अनुपात का 91.1 फीसदी लक्ष्य हासिल करने में कामयाब रहा, जो वर्ष 2013-14 की तुलना में 93.6 प्रतिशत की बेहतरी दर्शाता है।
हाई स्पीड ट्रेन परियोजना:
65. देश में मुंबई-अहमदाबाद कोरिडोर में हाई स्पीड बुलेट ट्रेन चलाए जाने के लिए जापान द्वारा संभाव्यता अध्ययन की अंतरिम रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। अंतिम रिपोर्ट जून, जुलाई 2015 में आने की उम्मीद है। नई दिल्ल–चेन्नई कोरिडोर के बीच में बुलेट ट्रेन चलाए जाने पर चीन संभाव्यता अध्ययन करेगा।
अन्य
66. नेपाल में आए भीषण भूकंप के दौरान भारतीय रेलवे ने अपनी ओर से हर संभव सहायता उपलब्ध कराई और नेपाल को करीब 4 लाख रेल नीर पेयजल बोतलें उपलब्ध कराईं। इसके अलावा नेपाल के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित निकाले गए लोगों को सफर सुविधा सुनिश्चित करने के लिए गोरखपुर तथा रक्सोल स्टेशनों पर विशेष रेलगाडि़यां चलाई गईं। रेलवे ने जम्मू कश्मीर में आई बाढ़ के दौरान भी काफी मदद की। इसके अलावा यमन में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाए जाने के बाद उनके पैतृक स्थानों पर भेजने में काफी अहम भूमिका निभाई।
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