भारतीय रेलवे ने एक कठिन चुनौती का मुकाबला करने के लिए एक बार फिर कमर कसते हुए सिंहस्थ कुंभ मेला-2015 में जाने वाले लाखों तीर्थयात्रियों को पर्याप्त रेल सुविधाएं प्रदान करने के लिए व्यापक प्रबंध करने के साथ-साथ अनेक उपाय किए हैं। सिंहस्थ कुंभ मेला महाराष्ट्र में नासिक और त्रयंबकेश्वर में 14 जुलाई को शुरू हुआ और सितम्बर, 2015 तक चलेगा। मंडलीय रेलवे ने विशेष रूप से मध्य रेलवे (मुख्यालय) मुम्बई में अपने प्रशासन को तैयार किया है ताकि कुंभ मेले में बड़ी संख्या में आने वाले तीर्थयात्रियों को रेलवे की पर्याप्त सुविधाएं मिल सकें।
रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने रेलवे बोर्ड और मध्य रेलवे के साथ प्रबंधों की समीक्षा की और कुंभ मेले जाने वाले रेल यात्रियों को बढि़या से बढि़या सुविधाएं देने के निर्देश दिए। रेल मंत्री ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के साथ भी प्रबंधों की समीक्षा की।
कुंभ में जाने वाले लोगों की सुविधा के लिए नासिक और त्रयंबकेश्वर में और उसके आसपास महत्वपूर्ण सुविधाएं देने पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया गया है। रेलवे प्रशासन द्वारा किए गए उपायों और दी गई सुविधाओं में टिकट और पूछताछ के लिए अतिरिक्त खिड़कियां, नए फुट ओवरब्रिज, अनेक विशेष रेलगाड़ियां, लोकप्रिय रेलगाड़ियों में अतिरिक्त कोच, प्लेटफार्म और प्रतीक्षागृहों के कायाकल्प, पानी के नलों और शौचालयों के साथ नए प्रांगण, सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था, सीसीटीवी निगरानी, चिकित्सा सुविधाएं, अतरिक्त कर्मचारियों की तैनाती, भीड़ के प्रबंध के लिए प्रभावी तंत्र, पीने के पानी और खानपान की सुविधाएं, प्रभावी सार्वजनिक सूचना प्रणाली तथा निगरानी के लिए अधिकारियों की समिति बनाना शामिल है। रेल यात्रियों और तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मध्य रेलवे ने 25.8 करोड़ रूपये की लागत से विभिन्न कार्य कराए हैं।
इसका विवरण इस प्रकार है :-
महत्वपूर्ण तारीखें:
हांलाकि कुंभ मेले की सम्पूर्ण अवधि के लिए प्रबंध किए गए हैं लेकिन निम्नलिखित महत्वपूर्ण दिवसों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
पहला शाही स्नान 29.08.2015 (शनिवार)
दूसरा शाही स्नान 13.09.2015 (रविवार)
तीसरा शाही स्नान 18.09.2015 (शुक्रवार)
चौथा शाही स्नान 25.09.2015 (शुक्रवार)
नासिक में नया अतिरिक्त प्लेटफॉर्म:
एक नया प्लेटफॉर्म प्रदान किया गया है। नासिक स्टेशन की तरफ इस प्लेटफॉर्म पर बुकिंग, पूछताछ सुविधा और दक्षिण की ओर स्टेशन में प्रवेश की सुविधा होगी।
नासिक में नया अतिरिक्त फुट ओवर ब्रिज:
वर्तमान तीन फुट ओवर ब्रिज के अलावा सभी प्लेटफॉर्मों पर रैम्प और सीढ़ियों के साथ नए फुट ओवर ब्रिज की सुविधा प्रदान की गई है।
नासिक में नया स्टेशन प्रवेश
प्रवेश की तीसरी सुविधा प्रदान की गई है।
नासिक में पीने के पानी की सुविधा
वर्तमान 171 पानी के नल
अतिरिक्त 25 पानी के नल प्रदान किए गए हैं।
60 और नलों को लगाने का काम प्रगति पर है।
नासिक में यात्रियों के लिए सुविधा
वर्तमान 14 शौचालय
अतिरिक्त 20 (महिला और पुरूष) शौचालय बनाए गए।
40 और शौचालय प्रदान किए जाएंगे।
अतरिक्त 20 मूत्रालय बनाए जाएंगे।
परवानी दिनों से पहले 70 और प्रदान किए जाएंगे।
नासिक में आवाजाही क्षेत्र
वर्तमान में स्टेशन के सामने 3500 वर्गमीटर आवाजाही क्षेत्र है। इसके अलावा नासिक रोड स्टेशन पर 7800 वर्गमीटर आवाजाही क्षेत्र बनाया गया है।
नासिक में अनारक्षित बुकिंग सुविधा
वर्तमान में 7 बुकिंग खिड़कियां
अतिरिक्त 22 बुकिंग खिड़कियां बनाई गई हैं जिनमें से दस ने काम शुरू कर दिया है।
त्रयंबकेश्वर, 2 बुकिंग खिड़कियां, ओधा स्टेशन-वर्तमान बुकिंग खिड़कियों के अलावा दो अतिरिक्त बुकिंग खिड़कियां बनाई गई हैं।
देवलाली स्टेशन-वर्तमान बुकिंग खिड़कियों के अलावा दो अतिरिक्त बुकिंग खिड़कियां बनाई गई हैं
नासिक सिटी क्षेत्र में चार जनता टिकट बुकिंग सेवा के अलावा एक अतरिक्त जनता टिकट बुकिंग सेवक बनाया गया है। नासिक स्टेशन पर 5 एटीवीएम बनाए गए हैं।
आरक्षित बुकिंग सुविधा
त्रयंबकेश्वर में दो अतरिक्त बुकिंग खिड़कियां बनाई गई हैं
इसके अलावा सिटी बुकिंग कार्यालय पर 8 बुकिंग खिड़कियां और नासिक स्टेशन पर 5 अतिरिक्त बुकिंग खिड़कियां बनाई गई हैं
इसके अलावा कुछ और बुकिंग खिड़कियां बनाई जाऐंगी।
अतिरिक्त रेलगाडि़यां
वर्तमान में 38 नियमित रेलगाडि़यां नासिक में रुकती हैं। नासिक में नहीं रुकने वाली 10 और रेलगाडि़यों के वहां रुकने की व्यवस्था की गई है।
परवानी दिनों के दौरान कम दूरी की 14 और लम्बी दूरी की 15 अतिरिक्त रेलगाडि़यां चलेंगी। गैर परवानी दिनों के दौरान 4 अतिरिक्त कम दूरी की रेलगाडि़यां चलेंगी।
विशेष रेलगाडि़यां
मध्य रेलवे पहले ही नासिक रोड और हावड़ा के बीच 12 पूरी तरह आरक्षित सुपर फास्ट विशेष रेलगाडि़यां तथा नासिक रोड-भूसावल तथा ओधा-इ्गतपुरी के बीच 39 अनारक्षित विशेष रेलगाडि़यां चलाने की घोषणा कर चुका है।
भीड़ प्रबन्ध
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नासिक रोड पर 3 और नासिक रोड स्टेशन पर 2 आपात स्थिति क्षेत्र बनाए गए हैं।
भीड़ पर लगातार नजर रखने के लिए 6 निगरानी टॉवर बनाए गए हैं।
इस समय 3 अस्थाई अवरोधक लगाए गए हैं तथा शेष 3 परवानी दिनों से पहले पूरे हो जाएंगे।
किसी अप्रिय वारदात से बचने के लिए तथा जांच-पड़ताल के लिए 20 दोहरे फील्ड मैटल डिटेक्टर तथा 60 हाथ वाले मैटल डिटेक्टर दिए गए हैं।
भीड़ को अलग करने के लिए 200 पोर्टेबल अवरोधक और 5000 मीटर के बांस के अवरोधक इस्तेमाल में लाए जाएंगे।
सुरक्षा कर्मचारियों के बीच बेहतर तालमेल और भीड़ पर नियंत्रण के लिए 5 वीएचएफ सेट, 100 वॉकी-टॉकी सेट तथा 40 मेगाफोन दिए गए हैं।
नासिक, देवलाली और ओधा में 120 सीसीटीवी कैमरा के साथ मेला नियंत्रण कक्ष बनाए गए हैं।
चिकित्सा सुविधाएं
नासिक स्टेशन पर एक स्वास्थ्य इकाई, तीन मेडिकल बूथ (दो नासिक रोड पर तथा एक ओधा में) तथा नासिक नोड पर एक एम्बुलेंस तैयार रखी गई है। परवानी दिनों के लिए मेडिकल बूथों की संख्या बढ़ाकर पांच और एम्बुलेंस की संख्या बढ़ाकर दो कर दी जाएगी।
तीन मेडिकल कोचों के साथ मिनी ऑपरेशन थिएटर की सुविधा वाली लाइफ लाईन एक्सप्रेस नासिक स्टेशन पर खड़ी रहेगी।
सार्वजनिक सूचना प्रणाली
प्लेटफार्म नम्बर 4 और नए फुटओवर ब्रिज पर पर 104 वर्तमान स्पीकरों के अलावा कुल 34 अतिरिक्त स्पीकर लगाए गए हैं। जिनमें रेलगाडि़यों की आवाजाही की जानकारी दी जाएगी।
प्रत्येक प्लेटफार्म पर वर्तमान एक कोच गाइडेंस प्रणाली के अलावा नए प्लेटफार्म नम्बर 4 पर एक नई कोच गाइडेंस प्रणाली प्रदान की गई है। इसके अलावा ट्रेन डिस्प्ले बोर्ड भी लगाए गए हैं।
ट्रेनों के आगमन/रवाना होने की जानकारी के लिए 4 एलसीडी टीवी लगाए गए हैं।
खानपान सुविधा
7 वर्तमान स्टालों के अलावा नासिक रोड पर 18 टेबल स्पेस/काउंटर बनाए जाऐंगे। इसके अलावा विभागीय खानपान सेवा भी प्रदान की जाएगी। आईआरसीटीसी नासिक, देवलाली और ओधा स्टेशन पर खानपान सेवा प्रदान करेगा।
बिजली आपूर्ति
160 केवीए का नया डीजी सेट लगाया गया है। नासिक रोड पर सभी सड़कों पर डीजी की बैकअप आपूर्ति है।
एलईडी बल्बों के साथ दो नए हाई मास्ट टॉवर लगाए गए हैं ताकि रात में जगमगाती रोशनी मिल सके।
0 comments :
Post a Comment