हिंदु महासभा ने यह घोषणा की है कि वह 15 नवंबर को मोहनदास करमचंद गांधी का वध करने वाले नत्थूराम गोडसे का बलिदान दिवस मनाएगी। गौरतलब है कि गोडसे महासभा का सदस्य था और उसे 15 नवंबर 1949 को अंबाला जेल में फांसी दी गई थी।
अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश कौशिक ने देशभर में स्थित महासभा के 120 ऑफिसों से कहा है कि वे जिला स्तर पर बलिदान दिवस मनाने के तैयारी करें।
हिंदु महासभा का प्लान है कि वह नत्थूराम गोडसे के भाई गोपाल गोडसे द्वारा लिखी गई किताब ‘गांधीवध क्यों’ की संक्षिप्त कॉपियां बांटने का भी है। यह कॉपियां कार्यक्रम में आने वाले दक्षिण पंथी संगठन के सदस्यों में बांटी जाएगी। कौशिक के मुताबिक इस मौके पर नत्थूराम गोडसे की जिंदगी पर आधारित नाटक आयोजित किए जाएंगे और महासभा के सदस्य ट्रायल के दौरान दी गई गोडसे की स्पीच के हिस्से भी पढ़ कर सुनाएंगे।
कौशिक ने बताया कि राजस्थान और महाराष्ट्र ने इस आयोजन के लिए सबसे ज्यादा दिलचस्पी दिखाई है। नई दिल्ली में यह कार्यक्रम मंदिर पर बिरला मंदिर के पास स्थित हिंदू महासभा के ऑफिस में होगा।
कौशिक ने कहा, ‘गोडसे गांधी से कहीं ज्यादा देशभक्त था। मुझे यकीन है कि देश में बहुत से लोग ऐसा ही सोचते हैं। ‘बलिदान दिवस’ एक मौका होगा जब देश के लोग यह सोचें की गोडसे ने गांधी की हत्या क्यों की।’
महासभा का प्लान गोडसे का एक बड़ा रथ तैयार करने की है। इस रथ में भगत सिंह और विनायक दामोदर सावरकर की भी तस्वीरें होंगीं। कौशिक ने कहा कि हम इस रथ को देश के अलग-अलग हिस्सों में ले जाएंगे। इसकी शुरूआत वेस्टर्न यूपी से करेंगे। इस तरह से गोडसे और उन जैसे नेताओं के त्याग की कहानियां लोगों तक पहुंचाई जाएगी।
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