गोमांस को लेकर हो रही राजनीति पर कवि गोपालदास नीरज और अयोध्या में बाबरी मस्जिद के मुद्दई हाशिम अंसारी आहत है। दोनों ने इसे राजनीति प्रेरित बताया है।
पद्म भूषण गोपाल दास नीरज ने आगरा में गाय पर हो रही राजनीति पर बेबाक टिप्पणी में कहा कि गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करना चाहिए। जिससे इसको मारने से पहले हजार बार विचार करें।
गोमांस पर हाय-तौबा के बीच हाशिम ने हिंदुओं को मुस्लिमों के हाथ गाय न बेचने की सलाह दी और कहा कि गोमांस एक कारोबार के तौर पर फैला है। इसे धार्मिक विद्वेष की भावना से जोड़ा जाना गलत है। गोमांस का कारोबार प्रतिबंधित करना है तो इसके निर्यात पर रोक लगानी होगी। केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार रहते हिंदू संगठनों को इस दिशा में प्रयास करने में कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए।
यदि इस दिशा में हिंदू संगठन प्रयास नहीं करते हैं तो माना जाएगा कि वे गोहत्या रोकने के लिए गंभीर नहीं हैं और उनका मकसद महज मुस्लिमों के प्रति घृणा फैलाना है।
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