रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने फंसे हुए यात्रियों के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए रेलवे प्रशासन को निर्देश दिया है। दक्षिण रेलवे ने यात्रियों के लिए निशुल्क भोजन, पानी एवं मेडिकल सुविधा मुहैया कराने का बंदोबस्त किया है।
हेल्प लाइन, एसएमएस, ट्विटर, फेसबुक, वेबसाइट, घोषणा, प्रेस नोट, सूचना पट्ट, इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्लेबोर्ड, पूछताछ काउंटर, एनटीईएस इत्यादि के माध्यम से प्रभावी उपायों की सूचना को जनता के लिए प्रचारित प्रसारित किया जा रहा है।
तमिलनाडु में बारिश के कारण कुछ स्टेशन और पटरियां जलमग्न हो गई हैं। इस अभूतपूर्व स्थिति से निपटने के लिए भारतीय रेलवे का दक्षिणी जोन (मुख्यालय-चेन्नई) में जुटा हुआ है। चेन्नई डिवीजन के तहत आने वाले कई स्टेशनों की हालत जलमग्न होने की वजह से खराब है। रेल पटरियों पर पानी के भारी बहाव के कारण चेन्नई-विल्लूपुरम और चेन्नई-गुडुर सेक्शन सबसे ज्यादा प्रभावित है। भारी के चलते इस इलाके में ट्रेनों का अवागमन प्रभावित हुआ है। इसकी वजह से कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है जबकि कई के मार्गों में बदलाव किए गए हैं। इनके विवरण निम्नलिखित हैं।
ट्रेन रद्द - 218 मेल/एक्सप्रेस (07पैसेंजर ट्रेन)
मार्गों में बदलवा - 33 मेल /एक्सप्रेस
आंशिक रूप से रद्द - 34मेल/एक्प्रेस
समय में बदलाव - 6 मेल/एक्सप्रेस
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रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु स्वयं स्थितियों पर नजर बनाए हुए हैं और उन्होंने रेलवे प्रशासन को यात्रियों की सहूलियत के लिए हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दक्षिण रेलवे को फंसे हुए यात्रियों के लिए निशुल्क भोजन, पानी, सुरक्षा और उनके पुर्नभुगतान के लिए निर्देश भी दिए हैं। साथ ही उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा है कि वे स्वयं स्टेशनों पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी करें।
रेलवे बोर्ड एवं दक्षिण रेलवे हालात पर लगातार निगरानी बनाए हुए हैं जबकि महाप्रबंधक समेत अन्य अधिकारी भी स्वयं चेन्नई संभाग की ट्रेनों के संचालन पर निगरानी रख रहे हैं।
दक्षिण रेलवे कुछ निम्न अहम कदम उठाए हैः
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