रेल गाडि़यों में सफाई कायम रखने की जिम्मेदारी रेल और यात्रियों दोनों की: श्री सुरेश प्रभु
भारतीय रेल के सफाई अभियान ‘स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत’ को आगे बढ़ाने के क्रम में रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने ‘क्लीन माई कोच’ सेवा की शुरूआत की। उन्होंने इसकी शुरुआत रेल भवन से नई दिल्ली /उत्तर रेलवे, मुंबई सेंट्रल/ पश्चिम रेलवे और लखनऊ जं./ उत्तर पूर्व रेलवे के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये की। इस अवसर पर रेल राज्य मंत्री श्री मनोज कुमार सिन्हा विशेष रूप से उपस्थित थे। भारतीय रेल की तरफ से इस अवसर पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री ए.के. मित्तल, सदस्य यांत्रिक श्री हेमंत कुमार और बोर्ड के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। इनके अलावा नई दिल्ली / उत्तर रेलवे, मुंबई सेंट्रल/ पश्चिम रेलवे और लखनऊ जं./ उत्तर पूर्व रेलवे की तरफ से अनेक जनप्रतिनिधि और आला अधिकारी मौजूद थे। रेल मंत्री ने 2016-17 के अपने रेल बजट भाषण में क्लीन माई कोच सेवा की घोषणा की थी और उस पर फौरी कार्रवाई करते हुए उसे लागू भी कर दिया गया।
इस अवसर पर रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने कहा कि चूंकि रेल देश के प्रत्येक नागरिक से जुड़ी हुई है इसलिए यह बहुत जरूरी हो जाता है कि रेल अपने परिसरों में साफ वातावरण कायम रखे। इसके क्रम में गैर वातानुकूलित डिब्बों में भी डस्टबीन रखे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि रेल सीमाओं में बंधकर नहीं चलती इसलिए रेलवे परिसरों के आसपास सफाई रखना रेल प्रशासन और देश के नागरिकों की बराबर की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि प्रयास होना चाहिए कि भारत का भ्रमण करने के लिए जो विदेशी पर्यटक यहां आते हैं वे भारतीय रेलों के बारे में शानदार स्मृतियों के साथ वापस लौटें। उन्होंने आगे कहा कि रेलवे डिजटलीकरण और स्वच्छ और यात्री सुविधा, कोच डिजाइन यांत्रिक लॉन्ड्री, गाड़ी के भीतर प्रदान की जाने वाली सेवाओं, सोशल मीडिया इत्यादि क्षेत्रों में प्रगति कर रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि भविष्य में यात्रियों को और सुविधाएं प्रदान की जाएंगी ताकि उनका यात्रा अनुभव बेहतर हो सके।
रेल राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा ने कहा कि भारतीय रेल ने प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान को एक बड़े स्वरूप में अपनाया है। भारतीय रेल में दिन प्रति दिन सुधार हो रहा है और वह यात्रियों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए पूरा प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि क्लीन माई कोच सेवा से गाडि़यों में सफाई कायम रखने के लिए जिम्मेदारी निश्चित होगी। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल विश्व मानको के अनुरूप काम करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।
‘क्लीन माई कोच सेवा’ के मुख्य बिन्दू :
रेल मंत्री के बजट भाषण के पैराग्राफ 68 (1) में घोषणा की गई थी कि पूरे भारत में क्लीन माई कोच सेवा शुरू की जाएगी। योजना के अनुरूप कोच में सफाई के लिए यात्री मोबाइल नंबर 58888 पर एसएमएस कर सकते हैं। इसके अलावा यात्री एंडराइड अप्लीकेशन ‘Cleanmycoach Indian Railways’ का उपयोग कर सकते हैं या वेब पेज ‘cleanmycoach.com’ पर लॉग- इन करके आग्रह कर सकते हैं। यात्रियों के आग्रह की पावती के रूप में एक कोड के साथ उनके मोबाइल फोन पर एसएमएस जाएगा। इसके साथ ही एक संदेश सर्वर के जरिये उक्त रेल गाड़ी में चलने वाले हाउस कीपिंग स्टाफ के मोबाइल पर भी भेजा जाएगा। इसमें यात्रियों का कोच नंबर और बर्थ नंबर दिया जाएगा। हाउस कीपिंग स्टाफ यात्रियों से संपर्क करेगा और सफाई के संबंध में यात्रियों की मांग पूरी करेगा। संतुष्ट हो जाने पर यात्री हाउस कीपिंग स्टाफ को उक्त कोड नंबर बताएगा। इसे एसएमएस के जरिये वापस भेजा जाएगा। इससे स्पष्ट हो जाएगा कि शिकायत दूर कर दी गई है। यदि यात्री संतुष्ट नहीं है तो वह कोड नहीं बताएगा और शिकायत को दूर किया हुआ नहीं माना जाएगा।
इस सेवा से भारत के नागरिकों को यह अधिकार मिलता है कि वे माननीय प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए जाने वाले डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के उद्देश्यों के अनुरूप रेल गाड़ी में महत्वपूर्ण सेवाएं प्राप्त कर सकें। रेल गाड़ी में स्वच्छता सुनिश्चित करने से माननीय प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान का अनुपालन भी होता है।
यह योजना भारतीय रेल के 43 डिविजनों में शुरू की जा रही है। इस पहल की औपचारिक शुरूआत के साथ इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान अन्य 24 डिविजनों से चालू होने वाली गाडि़यों में भी इसे लागू किया जाएगा।
रेल मंत्रालय ने क्लीन माई कोच पहल की शुरूआत नई दिल्ली / उत्तर रेलवे, मुंबई सेंट्रल/ पश्चिम रेलवे और लखनऊ जं./उत्तर पूर्व रेलवे से की।
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