प्रधानमंत्री ने दलितों, आदिवासियों और महिलाओं में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए ‘स्टैंड अप इंडिया’ पहल का शुभारम्भ किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज ‘स्टैंड अप इंडिया’ पहल का शुभारम्भ किया, जिसका उद्देश्य अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और महिलाओं में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना है। इस पहल में इन श्रेणियों के कम-से-कम दो इच्छुक उद्यमियों को ऋण मुहैया कराने की परिकल्पना की गई है। इसके तहत 10 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का ऋण दिया जायेगा। इस अवसर पर 5100 ई-रिक्शा का वितरण भी किया गया।
प्रधानमंत्री ने बाबू जगजीवन राम की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और विभिन्न आधिकारिक पदों पर रहते हुए अत्यंत महत्वपूर्ण अवधि में उनके महान योगदान एवं राष्ट्र की सेवा का स्मरण किया।
नौकरी चाहने वालों को नौकरी देने वालों में तब्दील करने के अपने विजन के बारे में विस्तार से बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि स्टैंड अप इंडिया पहल से दलितों और आदिवासियों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की विकास यात्रा और भी ज्यादा मजबूत तब होगी, जब इसकी पटकथा गरीबों द्वारा लिखी जायेगी। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित लोगों से अपने बच्चों, खासकर बालिकाओं को शिक्षित करने का आग्रह किया।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने ‘चाय पे चर्चा’ के दौरान कुछ लाभार्थियों के परिवारों से बातचीत की। लाभार्थियों ने यह बताया कि ई-रिक्शा किस तरह से उनके जीवन को बेहतर बनायेगा। प्रधानमंत्री ने विशेष जोर देते हुए उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा कि वे अपने बच्चों को शिक्षित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने एक ई-रिक्शा बुक किया और मंच की ओर थोड़ी दूर तक ई-रिक्शा की सवारी की और इसके साथ ही सेलफोन के जरिये इस सवारी का भुगतान किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज ‘स्टैंड अप इंडिया’ पहल का शुभारम्भ किया, जिसका उद्देश्य अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और महिलाओं में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना है। इस पहल में इन श्रेणियों के कम-से-कम दो इच्छुक उद्यमियों को ऋण मुहैया कराने की परिकल्पना की गई है। इसके तहत 10 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का ऋण दिया जायेगा। इस अवसर पर 5100 ई-रिक्शा का वितरण भी किया गया।
प्रधानमंत्री ने बाबू जगजीवन राम की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और विभिन्न आधिकारिक पदों पर रहते हुए अत्यंत महत्वपूर्ण अवधि में उनके महान योगदान एवं राष्ट्र की सेवा का स्मरण किया।
नौकरी चाहने वालों को नौकरी देने वालों में तब्दील करने के अपने विजन के बारे में विस्तार से बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि स्टैंड अप इंडिया पहल से दलितों और आदिवासियों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की विकास यात्रा और भी ज्यादा मजबूत तब होगी, जब इसकी पटकथा गरीबों द्वारा लिखी जायेगी। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित लोगों से अपने बच्चों, खासकर बालिकाओं को शिक्षित करने का आग्रह किया।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने ‘चाय पे चर्चा’ के दौरान कुछ लाभार्थियों के परिवारों से बातचीत की। लाभार्थियों ने यह बताया कि ई-रिक्शा किस तरह से उनके जीवन को बेहतर बनायेगा। प्रधानमंत्री ने विशेष जोर देते हुए उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा कि वे अपने बच्चों को शिक्षित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने एक ई-रिक्शा बुक किया और मंच की ओर थोड़ी दूर तक ई-रिक्शा की सवारी की और इसके साथ ही सेलफोन के जरिये इस सवारी का भुगतान किया।
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