दिल्ली में 20 स्थानों पर आधुनिक, उपयोग सुलभ सार्वजनिक शौचालय; प्रत्येक की लागत 13 लाख रुपये
श्री एम. वैंकेया नायडु ने प्रीत विहार, पूर्वी दिल्ली में ‘स्वच्छ शौचालय’ का उद्घाटन किया
राष्ट्रीय राजधानी में 4000 सार्वजनिक शौचालयों की कमी
केन्द्र ने घरेलू जलापूर्ति, सीवर कनेक्शन के लिए 223 करोड़ रुपये मंजूर किए
दिल्ली को आज विभिन्न स्थानों पर विमानों और रेलगाड़ी के उच्चस्तरीय डिब्बों में इस्तेमाल होने वाली अत्याधुनिक कम्पाज़िट सामग्री से निर्मित आधुनिक और उपयोग सुलभ सार्वजनिक शौचालय प्राप्त हुए। इनमें से प्रत्येक की लागत 13 लाख रुपये है और ये 20 स्थानों पर बनाए गए हैं। केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री एम वेंकैया नायडू ने पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार के सिक्का मार्किट में चार टॉयलट सीट और चार मूत्रालय वाले ऐसे ही एक ‘स्वच्छ शौचालय’ का उद्घाटन किया। स्थानीय कोआपरेटर्स और गणमान्य व्यक्तियों ने 19 अन्य स्थानों पर ऐसे ही शौचालयों का उद्घाटन किया, जिनमें उत्तर (5), दक्षिण (6) और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के 9 स्थान शामिल हैं।
इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री वेंकैंया नायडू ने कहा कि दिल्ली में तीन एमसीडी क्षेत्रों में लगभग 4000 सार्वजनिक शौचालयों की कमी है और स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत इस कमी को दूर करने के प्रयास किये जा रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन अक्टूबर, 2014 में प्रारंभ किये जाने के बाद से 7061 सार्वजनिक टॉयलट सीट के निर्माण के बाद दक्षिण दिल्ली के 5,318, उत्तर में 3,3,11 और पूर्वी एमसीडी क्षेत्र में 2,508 की कमी है। उन्होंने कहा कि करीब 6.50 प्रतिशत शहरी लोगो सार्वजनिक शौचालयों का इस्तेमाल करते हैं और शहरी क्षेत्रों में आवश्यक बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित किये जाने की जरूरत है।
श्री नायडू ने इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली को स्वच्छता के मामले में मिसाल कायम करनी चाहिए। उन्होंने जनता, नगर निमग और दिल्ली सरकार से इस अवसर पर सहयोग करने का अनुरोध किया।
ये शौचालय शहरी विकास मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) द्वारा कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत स्थापित किये गये हैं। एनबीसीसी द्वारा 10 और स्थानों पर ऐसे शौचालय उपलब्ध कराए जाएंगे।
शौचालयों और मानव अपशिष्ट के प्रशोधन के लिए जलापूर्ति और सीवर कनेक्शन की आवश्यकता का उल्लेख करते हुए श्री नायडू ने कहा कि उनके मंत्रालय ने हाल ही में कायाकल्प एवं शहरी रूपांतरण के लिए अटल मिशन के अंतर्गत दिल्ली के लिए 223 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है। इसके अंतर्गत 113 करोड़ रुपये जलापूर्ति कनेक्शनों के लिए और 104 करोड़ रुपये सीवेज नेटवर्क में सुधार लाने पर खर्च किये जाएंगे।
पूर्वी एमसीडी में जिन स्थानों पर सार्वजनिक शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं, वे हैं – प्रीत विहार, वीर सावरगर अस्पताल, स्वामी दयानंद अस्पताल, डीडीए मार्केट (मयूर विहार, फेज-2), आनंद विहार, लोनी रोड पेट्रोल पंप, सीलमपुर मेट्रो स्टेशन, सी ब्लॉक (यमुना विहार) और न्यू जाफराबाद।
दक्षिणी एमसीडी – उपहार सिनेमा के निकट, कालू सराय डीटीसी डिपो के निकट, मुनिरका डीडीए फ्लैट्स, फोर्टिस अस्पताल के निकट, नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशन के निकट और नेहरू प्लेस डिस्ट्रिक सेंटर।
उत्तर दिल्ली – समयपुर बादली मेट्रो स्टेशन के निकट, जीटी रोड (आजादपुर), नांगलोई मेट्रो स्टेशन, फजिल रोड और पुराना टांगा स्टैंड, रेलवे पार्सल सेंटर, एसपीएम मार्ग।
श्री एम. वैंकेया नायडु ने प्रीत विहार, पूर्वी दिल्ली में ‘स्वच्छ शौचालय’ का उद्घाटन किया
राष्ट्रीय राजधानी में 4000 सार्वजनिक शौचालयों की कमी
केन्द्र ने घरेलू जलापूर्ति, सीवर कनेक्शन के लिए 223 करोड़ रुपये मंजूर किए
दिल्ली को आज विभिन्न स्थानों पर विमानों और रेलगाड़ी के उच्चस्तरीय डिब्बों में इस्तेमाल होने वाली अत्याधुनिक कम्पाज़िट सामग्री से निर्मित आधुनिक और उपयोग सुलभ सार्वजनिक शौचालय प्राप्त हुए। इनमें से प्रत्येक की लागत 13 लाख रुपये है और ये 20 स्थानों पर बनाए गए हैं। केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री एम वेंकैया नायडू ने पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार के सिक्का मार्किट में चार टॉयलट सीट और चार मूत्रालय वाले ऐसे ही एक ‘स्वच्छ शौचालय’ का उद्घाटन किया। स्थानीय कोआपरेटर्स और गणमान्य व्यक्तियों ने 19 अन्य स्थानों पर ऐसे ही शौचालयों का उद्घाटन किया, जिनमें उत्तर (5), दक्षिण (6) और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के 9 स्थान शामिल हैं।
इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री वेंकैंया नायडू ने कहा कि दिल्ली में तीन एमसीडी क्षेत्रों में लगभग 4000 सार्वजनिक शौचालयों की कमी है और स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत इस कमी को दूर करने के प्रयास किये जा रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन अक्टूबर, 2014 में प्रारंभ किये जाने के बाद से 7061 सार्वजनिक टॉयलट सीट के निर्माण के बाद दक्षिण दिल्ली के 5,318, उत्तर में 3,3,11 और पूर्वी एमसीडी क्षेत्र में 2,508 की कमी है। उन्होंने कहा कि करीब 6.50 प्रतिशत शहरी लोगो सार्वजनिक शौचालयों का इस्तेमाल करते हैं और शहरी क्षेत्रों में आवश्यक बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित किये जाने की जरूरत है।
श्री नायडू ने इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली को स्वच्छता के मामले में मिसाल कायम करनी चाहिए। उन्होंने जनता, नगर निमग और दिल्ली सरकार से इस अवसर पर सहयोग करने का अनुरोध किया।
ये शौचालय शहरी विकास मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) द्वारा कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत स्थापित किये गये हैं। एनबीसीसी द्वारा 10 और स्थानों पर ऐसे शौचालय उपलब्ध कराए जाएंगे।
शौचालयों और मानव अपशिष्ट के प्रशोधन के लिए जलापूर्ति और सीवर कनेक्शन की आवश्यकता का उल्लेख करते हुए श्री नायडू ने कहा कि उनके मंत्रालय ने हाल ही में कायाकल्प एवं शहरी रूपांतरण के लिए अटल मिशन के अंतर्गत दिल्ली के लिए 223 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है। इसके अंतर्गत 113 करोड़ रुपये जलापूर्ति कनेक्शनों के लिए और 104 करोड़ रुपये सीवेज नेटवर्क में सुधार लाने पर खर्च किये जाएंगे।
पूर्वी एमसीडी में जिन स्थानों पर सार्वजनिक शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं, वे हैं – प्रीत विहार, वीर सावरगर अस्पताल, स्वामी दयानंद अस्पताल, डीडीए मार्केट (मयूर विहार, फेज-2), आनंद विहार, लोनी रोड पेट्रोल पंप, सीलमपुर मेट्रो स्टेशन, सी ब्लॉक (यमुना विहार) और न्यू जाफराबाद।
दक्षिणी एमसीडी – उपहार सिनेमा के निकट, कालू सराय डीटीसी डिपो के निकट, मुनिरका डीडीए फ्लैट्स, फोर्टिस अस्पताल के निकट, नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशन के निकट और नेहरू प्लेस डिस्ट्रिक सेंटर।
उत्तर दिल्ली – समयपुर बादली मेट्रो स्टेशन के निकट, जीटी रोड (आजादपुर), नांगलोई मेट्रो स्टेशन, फजिल रोड और पुराना टांगा स्टैंड, रेलवे पार्सल सेंटर, एसपीएम मार्ग।
0 comments :
Post a Comment