दो दिवसीय जी-20 भ्रष्टाचार रोधी कार्य समूह (एसीडब्ल्यूजी) बैठक से पहले पेरिस में आर्थिक सहयोग एवं विकास (ओईसीडी) संगठन में भ्रष्टाचार एवं वैश्विक अर्थव्यवस्था पर एक जी-20 संगोष्ठी का आयोजन किया गया। भारत के शिष्टमंडल का नेतृत्व संयुक्त सचिव (अंतरराष्ट्रीय सहयोग), डीओपीटी श्री देवेश चतुर्वेदी कर रहे हैं।
संगोष्ठी में भाग लेने वाले पैनेलिस्ट में ओईसीडी, आईएमएफ एवं विश्व बैंक के विशेषज्ञ तथा अग्रणी विश्वविद्यालयों के अर्थशास्त्री एवं अनुसंधानकर्ता शामिल हैं। कई पैनेलिस्टों ने जेएएम (जनधन, आधार एवं मोबाइल) के जरिये भारत में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) को व्यावहारिक क्रियान्वयन उपकरण के एक उदाहरण के रूप में रेखांकित किया जिसका परिणाम भ्रष्टाचार स्तरों को कम करने के साथ-साथ राजस्व नुकसान एवं देरी में कमी के रूप में भी सामने आया।
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