सीमा रक्षा सहयोग समझौता 2013 के तहत भारत और चीन के मध्य संपर्क और सहयोग बढ़ाने की पहल के एक हिस्से के रूप में भारत और चीन की सेनाओं ने दूसरे संयुक्त अभ्यास “चीन - भारत सहयोग 2016” में भाग लिया। यह मोल्डो गैरीसन के चीनी ट्रूप्स के साथ पूर्वी लद्दाख के चुशूल गैरीसन में सीमा कर्मियों की बैठक हट के क्षेत्र में 06 फरवरी, 2016 को आयोजित पहले संयुक्त अभ्यास का ही परिणाम है।
मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) के बारे में दिन भर चले अभ्यास के दौरान एक भारतीय सीमावर्ती गांव में भूकंप आने की स्थिति की कल्पना की गई। इसके बाद संयुक्त टीमों ने बचाव कार्य, निकासी और चिकित्सा सहायता प्रदान करने के कार्य किए।
संयुक्त अभ्यास के लिए भारतीय टीम का नेतृत्व ब्रिगेडियर आर. एस. रमन ने किया और चीनी टीम का नेतृत्व सीनियर कर्नल फैन जुन ने किया। यह अभ्यास बहुत सफल रहा। और इसने न केवल प्राकृतिक आपदा के मामले में सीमा पर रहने वाले लोगों को राहत पहुंचाने के लिए किए गए कार्य को परिष्कृत किया बल्कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ दोनो देशों की सीमा की रखवाली करने वाले बलों के मध्य सहयोग और विश्वास के स्तर को भी बढ़ाया है। भारत और चीन के मध्य संयुक्त अभ्यास की इस श्रृंखला का उद्देश्य भारत और चीन के सीमावर्ती क्षेत्रों में दोनों देशों द्वारा सहयोग बढ़ाने, शांति और सौहार्द बनाए रखने का प्रयास करना है।
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