वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने भारत को 7 वर्षों में 5 लाख करोड़ (ट्रिलियन) अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने पर आज आयोजित एक कार्यदल की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में सीआईआई, फिक्की, आईएफसी, नैस्कॉम एवं नीति आयोग के प्रमुखों और वाणिज्य विभाग एवं डीआईपीपी के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
मंत्री महोदय ने कहा कि भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के स्तर पर पहुंच सकता है, बशर्ते कि विनिर्माण, सेवा और कृषि क्षेत्रों में निरंतर विकास हो। मंत्री महोदय ने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास को नई गति प्रदान करने के लिए नए बिजनेस मॉडल एवं रणनीतियां तैयार करने और नई प्रौद्योगिकियों से लाभ उठाने के लिए निजी क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि सरकार इस प्रक्रिया में सुविधाप्रदाता के रूप में कार्य करेगी।
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